Sunday, 29 October 2017
अथर्ववेद
Phonetic
Go देवनागरी
खोज
अथर्ववेद
अथर्ववेद का आवरण पृष्ठ
अथर्ववेद की भाषा और स्वरूप के आधार पर ऐसा माना जाता है कि इस वेद की रचना सबसे बाद में हुई थी। अथर्ववेद के दो पाठों, शौनक और पैप्पलद, में संचरित हुए लगभग सभी स्तोत्र ऋग्वेद के स्तोत्रों के छदों में रचित हैं। दोनो वेदों में इसके अतिरिक्त अन्य कोई समानता नहीं है। अथर्ववेद दैनिक जीवन से जुड़े तांत्रिक धार्मिक सरोकारों को व्यक्त करता है, इसका स्वर ऋग्वेद के उस अधिक पुरोहिती स्वर से भिन्न है, जो महान् देवों को महिमामंडित करता है और सोम के प्रभाव में कवियों की उत्प्रेरित दृष्टि का वर्णन करता है।
रचना काल
यज्ञों व देवों को अनदेखा करने के कारण वैदिक पुरोहित वर्ग इसे अन्य तीन वेदों के बराबर नहीं मानता था। इसे यह दर्जा बहुत बाद में मिला। इसकी भाषा ऋग्वेद की भाषा की तुलना में स्पष्टतः बाद की है और कई स्थानों पर ब्राह्मण ग्रंथों से मिलती है। अतः इसे लगभग 1000 ई.पू. का माना जा सकता है। इसकी रचना 'अथवर्ण' तथा 'आंगिरस' ऋषियों द्वारा की गयी है। इसीलिए अथर्ववेद को 'अथर्वांगिरस वेद' भी कहा जाता है। इसके अतिरिक्त अथर्ववेद को अन्य नामों से भी जाना जाता है-
गोपथ ब्राह्मण में इसे 'अथर्वांगिरस' वेद कहा गया है।
ब्रह्म विषय होने के कारण इसे 'ब्रह्मवेद' भी कहा गया है।
आयुर्वेद, चिकित्सा, औषधियों आदि के वर्णन होने के कारण 'भैषज्य वेद' भी कहा जाता है ।
'पृथ्वीसूक्त' इस वेद का अति महत्त्वपूर्ण सूक्त है। इस कारण इसे 'महीवेद' भी कहते हैं।
विषय
अथर्ववेद में कुल 20 काण्ड, 730 सूक्त एवं 5987 मंत्र हैं। इस वेद के महत्त्वपूर्ण विषय हैं-
ब्रह्मज्ञान
औषधि प्रयोग
रोग निवारण
जन्त्र-तन्त्र
टोना-टोटका आदि।
विवरण
अथर्ववेद में परीक्षित को कुरुओं का राजा कहा गया है तथा इसमें कुरू देश की समृद्धि का अच्छा विवरण मिलता है। इस वेद में आर्य एवं अनार्य विचार-धाराओं का समन्वय है। उत्तर वैदिक काल में इस वेद का विशेष महत्त्व है। ऋग्वेद के दार्शनिक विचारों का प्रौढ़रूप इसी वेद से प्राप्त हुआ है। शान्ति और पौष्टिक कर्मा का सम्पादन भी इसी वेद में मिलता है। अथर्ववेद में सर्वाधिक उल्लेखनीय विषय 'आयुर्विज्ञान' है। इसके अतिरिक्त 'जीवाणु विज्ञान' तथा 'औषधियों' आदि के विषय में जानकारी इसी वेद से होती है। भूमि सूक्त के द्वारा राष्ट्रीय भावना का सुदृढ़ प्रतिपादन सर्वप्रथम इसी वेद में हुआ है। इस वेद की दो अन्य शाखायें हैं-
पिप्पलाद
शौनक
अथर्ववेद में 20 कांड हैं, जिनमें 598 सूक्त और गद्य परिच्छेद हैं। जिनका विवरण निम्न हैः-
पहले से लेकर सातवें कांड में विशिष्ट उद्देश्यों के लिए तंत्र-मंत्र संबंधी प्राथनाएं हैं- लंबे जीवन के लिए मंत्र, उपचार, श्राप, प्रेम मंत्र, समृद्धि के लिए प्रार्थना, ब्राह्मण के ज्ञाताओं से घनिष्ठता, वेद अध्ययन में सफलता, राजा बनने के लिए मंत्र और पाप का प्रायश्चित।
आठवें से बारहवें कांड में इसी तरह के पाठ हैं, लेकिन इसमें ब्रह्मांडीय सूक्त भी शामिल हैं, जो ऋग्वेद के सूक्तों को ही जारी रखते हैं और उपनिषदों के अधिक जटिल चिंतन की ओर ले जाते हैं। उदाहरण के लिए, उपनिषदों के लिए अत्यंत अर्थवान श्वास या प्राणवायु के महत्त्व की संकल्पना और सार्वभौम अस्तित्व से जुड़े आत्म पर चिंतन सबसे पहले अथर्ववेद में ही पाए गए थे।
13 से 20 तक कांड में ब्रह्मांडीय सिद्धांत (13 कांड), विवाह प्राथनाएं (कांड 14), अंतिम संस्कार के मंत्र (कांड 18) और अन्य जादुई व अनुष्ठानिक मंत्र हैं।
15 वां कांड रोचक है, जिसमें व्रत्य का महिमामंडन किया गया है, जो वेदपाठ न करने वाला एक अरूढ़िबद्ध आर्य समूह था, लेकिन इसके बावजूद सम्मानजनक आनुष्ठानिक व चिंतन परंपराएं रखता था। यही नहीं, व्रत्य स्वामिस्वरूप हैं और एक राजा का आतिथ्य ग्रहण करने की स्थति में उन्हें राजा को आशीर्वाद देने योग्य माना गया है। अथर्ववेद के इस भाग के साथ-साथ अन्य यजुर्वेद परिच्छेदों में वैदिक रचना के प्राथमिक संगठनात्मक सिद्धांतों और बाद के भारतीय अनुष्ठानों में से एक, अतिथि सत्कार के मह्त्व का वर्णन किया गया है।
अन्य सूक्त
अथर्ववेद का एक अन्य सूक्त मानव शरीर की रचना का वर्णन व प्रशंसा करता है। इस सूक्त व उपचार से जुड़े सामन्य अथर्ववेदी चिंतन के कारण शास्त्रीय भारतीय चिकित्सा प्रणाली, आयुर्वेद अपनी उत्पत्ति अथर्ववेद से मानता है। किंतु शास्त्रों द्वारा इस दावें को समर्थन नहीं मिलता और न तो आयुर्वेद के सिद्धांत वेदों में और न ही अथर्ववेद के तांत्रिक या आनुष्ठानिक उपचार आयुर्वेद में पाए जाते हैं। फिर भी चिकित्सकीय उपचारों को प्रणालीबद्ध करने व उन्हें वर्गीकृत किए जाने के काम की शुरुआत अथर्ववेद से मानी जा सकती है।
विशेषताएँ
इसमें ऋग्वेद और सामवेद से भी मन्त्र लिये गये हैं।
जादू से सम्बन्धित मन्त्र-तन्त्र, राक्षस, पिशाच, आदि भयानक शक्तियाँ अथर्ववेद के महत्त्वपूर्ण विषय हैं।
इसमें भूत-प्रेत, जादू-टोने आदि के मन्त्र हैं।
ऋग्वेद के उच्च कोटि के देवताओं को इस वेद में गौण स्थान प्राप्त हुआ है।
धर्म के इतिहास की दृष्टि से ऋग्वेद और अथर्ववेद दोनों का बड़ा ही मूल्य है।
अथर्ववेद से स्पष्ट है कि कालान्तर में आर्यों में प्रकृति की पूजा की उपेक्षा हो गयी थी और प्रेत-आत्माओं व तन्त्र-मन्त्र में विश्वास किया जाने लगा था।
पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध
संबंधित लेख
श्रुतियाँ
[छिपाएँ]
देखें • वार्ता • बदलें
वेद
वेद · संहिता · वैदिक काल · उत्तर वैदिक काल · वेद का स्वरूप · वैदिक वाङ्मय का शास्त्रीय स्वरूप · वेदों का रचना काल · ऋग्वेद · यजुर्वेद · सामवेद · अथर्ववेद · मनुसंहिता · वेदांग · वेदांत · ब्रह्मवेद · वैदिक धर्म
[छिपाएँ]
देखें • वार्ता • बदलें
उपवेद और वेदांग
उपवेद
अर्थवेद
(ॠग्वेद)
कामन्दक सूत्र · कौटिल्य अर्थशास्त्र · चाणक्य सूत्र · नीतिवाक्यमृतसूत्र · बृहस्पतेय अर्थाधिकारकम् · शुक्रनीति
धनुर्वेद (दोनों
यजुर्वेदों
के लिए
मुक्ति कल्पतरू · वृद्ध शारंगधर · वैशम्पायन नीति-प्रकाशिका · समरांगण सूत्रधार
गान्धर्ववेद
(सामवेद)
दत्तिलम · भरत नाट्यशास्त्र · मल्लिनाथ रत्नाकर · संगीत दर्पण · संगीत रत्नाकर
आयुर्वेद
(अथर्ववेद)
अग्निग्रहसूत्रराज · अश्विनीकुमार संहिता · अष्टांगहृदय · इन्द्रसूत्र · चरक संहिता · जाबालिसूत्र · दाल्भ्य सूत्र · देवल सूत्र · धन्वन्तरि सूत्र · धातुवेद · ब्रह्मन संहिता · भेल संहिता · मानसूत्र · शब्द कौतूहल · सुश्रुत संहिता · सूप सूत्र · सौवारि सूत्र
वेदांग
कल्प
गृह्यसूत्र (रीति-रिवाजों, प्रथाओं हेतु) · धर्मसूत्र (शासकों हेतु) · श्रौतसूत्र (यज्ञ हेतु)
शिक्षा
गौतमी शिक्षा (सामवेद) · नारदीय शिक्षा· पाणिनीय शिक्षा (ऋग्वेद) · बाह्य शिक्षा (कृष्ण यजुर्वेद) · माण्ड्की शिक्षा (अथर्ववेद) · याज्ञवल्क्य शिक्षा (शुक्ल यजुर्वेद) · लोमशीय शिक्षा
व्याकरण
कल्प व्याकरण · कामधेनु व्याकरण · पाणिनि व्याकरण · प्रकृति प्रकाश · प्रकृति व्याकरण · मुग्धबोध व्याकरण · शाक्टायन व्याकरण · सारस्वत व्याकरण · हेमचन्द्र व्याकरण
निरुक्त्त
मुक्ति कल्पतरू · वृद्ध शारंगधर · वैशम्पायन नीति-प्रकाशिका · समरांगण सूत्रधार
छन्द
गार्ग्यप्रोक्त उपनिदान सूत्र · छन्द मंजरी · छन्दसूत्र · छन्दोविचित छन्द सूत्र · छन्दोऽनुक्रमणी · छलापुध वृत्ति · जयदेव छन्द · जानाश्रमां छन्दोविचित · वृत्तरत्नाकर · वेंकटमाधव छन्दोऽनुक्रमणी · श्रुतवेक
ज्योतिष
आर्यभट्टीय ज्योतिष · नारदीय ज्योतिष · पराशर ज्योतिष · ब्रह्मगुप्त ज्योतिष · भास्कराचार्य ज्योतिष · वराहमिहिर ज्योतिष · वासिष्ठ ज्योतिष · वेदांग ज्योतिष
उपनिषद
ॠग्वेदीय
उपनिषद
ऐतरेय उपनिषद · आत्मबोध उपनिषद · कौषीतकि उपनिषद · निर्वाण उपनिषद · नादबिन्दुपनिषद · सौभाग्यलक्ष्मी उपनिषद · अक्षमालिक उपनिषद · भवऋचा उपनिषद · मुदगल उपनिषद · त्रिपुरा उपनिषद · बहवृचोपनिषद · मृदगलोपनिषद · राधोपनिषद
यजुर्वेदीय
उपनिषद
शुक्ल
यजुर्वेदीय
अध्यात्मोपनिषद · आद्यैतारक उपनिषद · भिक्षुकोपनिषद · बृहदारण्यकोपनिषद · ईशावास्योपनिषद · हंसोपनिषद · जाबालोपनिषद · मंडल ब्राह्मण उपनिषद · मन्त्रिकोपनिषद · मुक्तिका उपनिषद · निरालम्बोपनिषद · पैंगलोपनिषद · परमहंसोपनिषद · सत्यायनी उपनिषद · सुबालोपनिषद · तारासार उपनिषद · त्रिशिखिब्राह्मणोपनिषद · तुरीयातीतोपनिषद · अद्वयतारकोपनिषद · याज्ञवल्क्योपनिषद · शाट्यायनीयोपनिषद · शिवसंकल्पोपनिषद
कृष्ण
यजुर्वेदीय
अक्षि उपनिषद · अमृतबिन्दु उपनिषद · अमृतनादोपनिषद · अवधूत उपनिषद · ब्रह्म उपनिषद · ब्रह्मविद्या उपनिषद · दक्षिणामूर्ति उपनिषद · ध्यानबिन्दु उपनिषद · एकाक्षर उपनिषद · गर्भ उपनिषद · कैवल्योपनिषद · कालाग्निरुद्रोपनिषद · कर उपनिषद · कठोपनिषद · कठरुद्रोपनिषद · क्षुरिकोपनिषद · नारायणो · पंचब्रह्म · प्राणाग्निहोत्र उपनिषद · रुद्रहृदय · सरस्वतीरहस्य उपनिषद · सर्वासार उपनिषद · शारीरिकोपनिषद · स्कन्द उपनिषद · शुकरहस्योपनिषद · श्वेताश्वतरोपनिषद · तैत्तिरीयोपनिषद · तेजोबिन्दु उपनिषद · वराहोपनिषद · योगकुण्डलिनी उपनिषद · योगशिखा उपनिषद · योगतत्त्व उपनिषद · कलिसन्तरणोपनिषद · चाक्षुषोपनिषद
सामवेदीय
उपनिषद
आरुणकोपनिषद · दर्शनोपनिषद · जाबालदर्शनोपनिषद · जाबालि उपनिषद · केनोपनिषद · महात्संन्यासोपनिषद · मैत्रेयीउपनिषद · मैत्रायणी उपनिषद · अव्यक्तोपनिषद · छान्दोग्य उपनिषद · रुद्राक्षजाबालोपनिषद · सावित्र्युपनिषद · संन्यासोपनिषद · वज्रसूचिकोपनिषद · वासुदेवोपनिषद · चूड़ामणि उपनिषद · कुण्डिकोपनिषद · जाबाल्युपनिषद · महोपनिषद · मैत्रेय्युग्पनिषद · योगचूडाण्युपनिषद
अथर्ववेदीय
उपनिषद
अन्नपूर्णा उपनिषद · अथर्वशिर उपनिषद · अथर्वशिखा उपनिषद · आत्मोपनिरुषद · भावनोपनिषद · भस्मोपनिषद · बृहज्जाबालोपनिषद · देवी उपनिषद · दत्तात्रेय उपनिषद · गणपति उपनिषद · गरुडोपनिषद · गोपालपूर्वतापनीयोपनिषद · ह्यग्रीव उपनिषद · कृष्ण उपनिषद · महानारायण उपनिषद · माण्डूक्योपनिषद · महावाक्योपनिषद · मुण्डकोपनिषद · नारदपरिव्राजकोपनिषद · नृसिंहोत्तरतापनीयोपनिषद · परब्रह्मोपनिषद · प्रश्नोपनिषद · परमहंस परिव्राजक उपनिषद · पशुपत उपनिषद · श्रीरामपूर्वतापनीयोपनिषद · शाण्डिल्योपनिषद · शरभ उपनिषद · सूर्योपनिषद · सीता उपनिषद · राम-रहस्य उपनिषद · त्रिपुरातापिन्युपनिषद
ब्राह्मण ग्रन्थ
ॠग्वेदीय
ब्राह्मण ग्रन्थ
ऐतरेय ब्राह्मण · कौषीतकि ब्राह्मण · शांखायन ब्राह्मण
यजुर्वेदीय
ब्राह्मण ग्रन्थ
शुक्ल
यजुर्वेदीय
शतपथब्राह्मण(काण्वब्राह्मण) · शतपथ (माध्यन्दिन) ब्राह्मण
कृष्ण
यजुर्वेदीय
तैत्तिरीय ब्राह्मण · मध्यवर्ती ब्राह्मण
सामवेदीय
ब्राह्मण ग्रन्थ
ताण्ड्य ब्राह्मण · षडविंश ब्राह्मण · सामविधान ब्राह्मण · आर्षेय ब्राह्मण · मन्त्र ब्राह्मण · देवताध्यानम् ब्राह्मण · वंश ब्राह्मण · संहितोपनिषद ब्राह्मण · जैमिनीय ब्राह्मण · जैमिनीयार्षेय ब्राह्मण · जैमिनीय उपनिषद ब्राह्मण
अथर्ववेदीय
ब्राह्मण ग्रन्थ
गोपथ ब्राह्मण
सूत्र-ग्रन्थ
ॠग्वेदीय
सूत्र-ग्रन्थ
आश्वलायन श्रौतसूत्र · शांखायन श्रौतसूत्र · आश्वलायन गृह्यसूत्र · शांखायन गृह्यसूत्र · वासिष्ठ धर्मसूत्र
यजुर्वेदीय
सूत्र-ग्रन्थ
शुक्ल
यजुर्वेदीय
कात्यायन श्रौतसूत्र · पारस्कर श्रौतसूत्र · विष्णु धर्मसूत्र · पारस्कर गृह्यसूत्र
कृष्ण
यजुर्वेदीय
आपस्तम्ब श्रौतसूत्र · आपस्तम्बगृह्यसूत्र · हिरण्यकेशि श्रौतसूत्र · बौधायन गृह्यसूत्र · बौधायन श्रौतसूत्र · वैखानस गृह्यसूत्र · भारद्वाज श्रौतसूत्र · हिरण्यकेशीय गृह्यसूत्र · वैखानस श्रौतसूत्र · मानव धर्म-सूत्र · बाधूल श्रौतसूत्र · काठक धर्मसूत्र · आपस्तम्ब धर्मसूत्र · वराह श्रौतसूत्र · बौधायन धर्मसूत्र · मानव गृह्यसूत्र · वैखानस धर्मसूत्र · काठक गृह्यसूत्र · हिरण्यकेशीय धर्मसूत्र
सामवेदीय
सूत्र-ग्रन्थ
मसकसूत्र · लाट्यायन सूत्र · खदिर श्रौतसूत्र · जैमिनीय गृह्यसूत्र · गोभिल गृह्यसूत्र · खदिर गृह्यसूत्र · गौतम धर्मसूत्र · द्राह्यायण गृह्यसूत्र · द्राह्यायण धर्मसूत्र
अथर्ववेदीय
सूत्र-ग्रन्थ
वैतान श्रौतसूत्र · कौशिक गृह्यसूत्र · वराह गृह्यसूत्र · वैखानस गृह्यसूत्र
शाखा
शाखा
शाकल ॠग्वेदीय शाखा · काण्व शुक्ल यजुर्वेदीय · माध्यन्दिन शुक्ल यजुर्वेदीय · तैत्तिरीय कृष्ण यजुर्वेदीय · मैत्रायणी कृष्ण यजुर्वेदीय · कठ कृष्ण यजुर्वेदीय · कपिष्ठल कृष्ण यजुर्वेदीय · श्वेताश्वतर कृष्ण यजुर्वेदीय · कौथुमी सामवेदीय शाखा · जैमिनीय सामवेदीय शाखा · राणायनीय सामवेदीय शाखा · पैप्पलाद अथर्ववेदीय शाखा · शौनकीय अथर्ववेदीय शाखा
मन्त्र-संहिता
ॠग्वेद मन्त्र-संहिता · शुक्ल यजुर्वेद मन्त्र- संहिता · सामवेद मन्त्र-संहिता · अथर्ववेद मन्त्र-संहिता
आरण्यक
ऐतरेय ॠग्वेदीय आरण्यक · शांखायन ॠग्वेदीय आरण्यक · कौषीतकि ॠग्वेदीय आरण्यक · बृहद शुक्ल यजुर्वेदीय आरण्यक · तैत्तिरीय कृष्ण यजुर्वेदीय आरण्यक · कठ कृष्ण यजुर्वेदीय आरण्यक · मैत्रायणीय कृष्ण यजुर्वेदीय आरण्यक · तलवकार सामवेदीय आरण्यक
प्रातिसाख्य एवं अनुक्रमणिका
ॠग्वेदीय
प्रातिसाख्य
शांखायन प्रातिशाख्य · बृहद प्रातिशाख्य · आर्षानुक्रमणिका · आश्वलायन प्रातिशाख्य · छन्दोनुक्रमणिका · ऋग्प्रातिशाख्य · देवतानुक्रमणिका · सर्वानुक्रमणिका · अनुवाकानुक्रमणिका · बृहद्वातानुक्रमणिका · ऋग् विज्ञान
यजुर्वेदीय
प्रातिसाख्य
शुक्ल
यजुर्वेदीय
कात्यायन शुल्वसूत्र · कात्यायनुक्रमणिका · वाजसनेयि प्रातिशाख्य
कृष्ण
यजुर्वेदीय
तैत्तिरीय प्रातिशाख्य
सामवेदीय
प्रातिसाख्य
शौनकीया चतुर्ध्यापिका
[छिपाएँ]
देखें • वार्ता • बदलें
स्मृति साहित्य
स्मृतिग्रन्थ
अंगिरसस्मृति · आपस्तम्बस्मृति· ऐतरेयस्मृति · कात्यायनस्मृति · दक्षस्मृति · पाराशरस्मृति · प्रजापतिस्मृति · बृहस्पतिस्मृति · मनुस्मृति · मार्कण्डेयस्मृति · यमस्मृति · याज्ञवल्क्यस्मृति · लिखितस्मृति · वसिष्ठस्मृति · विष्णुस्मृति · व्यासस्मृति · शंखस्मृति · शातातपस्मृति · सामवर्तस्मृति · हारीतिस्मृति
पुराण
अग्नि · कूर्म· गरुड़ · नारद · पद्म · ब्रह्म · ब्रह्मवैवर्तपुराण · ब्रह्मांड · भविष्य · भागवत · मत्स्य · मार्कण्डेय · लिंग · वराह · वामन · विष्णु · शिवपुराण (वायुपुराण) · स्कन्द
महाकाव्य
रामायण (वाल्मीकि) - योगवासिष्ठ · महाभारत (व्यास) - भगवद्गीता
दर्शन
न्याय दर्शन · पूर्व मीमांसा · योग · उत्तर मीमांसा · वैशेषिक · सांख्य
निबन्ध
जीमूतवाहन कृत : दयाभाग · कालविवेक · व्यवहार मातृका · अनिरुद्ध कृत : पितृदायिता · हारलता · बल्लालसेन कृत :आचारसागर · प्रतिष्ठासागर · अद्भुतसागर · श्रीधर उपाध्याय कृत : कालमाधव · दत्तकमीमांसा · पराशरमाधव · गोत्र-प्रवर निर्णय · मुहूर्तमाधव · स्मृतिसंग्रह · व्रात्यस्तोम-पद्धति · नन्दपण्डित कृत : श्राद्ध-कल्पलता · शुद्धि-चन्द्रिका · तत्त्वमुक्तावली · दत्तक मीमांसा · · नारायणभटट कृत : त्रिस्थली-सेतु · अन्त्येष्टि-पद्धति · प्रयोग रत्नाकर · कमलाकर भट्ट कृत: निर्णयसिन्धु · शूद्रकमलाकर · दानकमलाकर · पूर्तकमलाकर · वेदरत्न · प्रायश्चित्तरत्न · विवाद ताण्डव · काशीनाथ उपाध्याय कृत : धर्मसिन्धु · निर्णयामृत · पुरुषार्थ-चिन्तामणि · शूलपाणि कृत : स्मृति-विवेक (अपूर्ण) · रघुनन्दन कृत : स्मृति-तत्त्व · चण्डेश्वर कृत : स्मृति-रत्नाकर · वाचस्पति मिश्र : विवाद-चिन्तामणि · देवण भटट कृत : स्मृति-चन्द्रिका · हेमाद्रि कृत : चतुर्वर्ग-चिन्तामणि · नीलकण्डभटट कृत : भगवन्त भास्कर · मित्रमिश्र कृत: वीर-मित्रोदय · लक्ष्मीधर कृत : कृत्य-कल्पतरु · जगन्नाथ तर्कपंचानन कृत : विवादार्णव
आगम
वैष्णवागम
अहिर्बुध्न्य-संहिता · ईश्वर-संहिता · कपिलाजंलि-संहिता · जयाख्य-संहिता · पद्मतंत्र-संहिता · पाराशर-संहिता · बृहद्ब्रह्म-संहिता · भरद्वाज-संहिता · लक्ष्मी-संहिता · विष्णुतिलक-संहिता · विष्णु-संहिता · श्रीप्रश्न-संहिता · सात्त्वत-संहिता
शैवागम
तत्त्वत्रय · तत्त्वप्रकाशिका · तत्त्वसंग्रह · तात्पर्य संग्रह · नरेश्वर परीक्षा · नादकारिका · परमोक्ष-निराशकारिका · पाशुपत सूत्र · भोगकारिका · मोक्षकारिका · रत्नत्रय · श्रुतिसूक्तिमाला · सूत-संहिता
शाक्तागम
वामागम
अद्वैतभावोपनिषद · अरुणोपनिषद · कालिकोपनिषद · कौलोपनिषद · तारोपनिषद · त्रिपुरोपनिषद · ब्रहिचोपनिषद · भावनोपनिषद
मिश्रमार्ग
कलानिधि · कुलार्णव · कुलेश्वरी · चन्द्रक · ज्योत्स्रावती · दुर्वासस · बार्हस्पत्य · भुवनेश्वरी
समयाचार
वसिष्ठसंहिता · शुक्रसंहिता · सनकसंहिता · सनत्कुमारसंहिता · सनन्दनसंहिता
तान्त्रिक साधना
कालीविलास · कुलार्णव · कूल-चूड़ामणि · ज्ञानार्णव · तन्त्रराज · त्रिपुरा-रहस्य · दक्षिणामूर्ति-संहिता · नामकेश्वर · प्रपंचसार · मन्त्र-महार्णव · महानिर्वाण · रुद्रयामल · शक्तिसंगम-तन्त्र · शारदा-तिलक
[छिपाएँ]
देखें • वार्ता • बदलें
संस्कृत साहित्य
अवन्तिसुन्दरी कथा · अष्टाध्यायी · उत्तररामचरित · कामन्दकीय नीतिशास़्त्र · कीर्ति कौमुदी · कुमारपाल चरित · चरक संहिता · नवसाहसांकचरित · पृथ्वीराज विजय · वृहत्कथामंजरी · मत्तविलास प्रहसन · मालविकाग्निमित्रम् · मृच्छकटिकम · रघुवंश महाकाव्य · राजतरंगिणी · विक्रमांकदेव चरित · कथासरित्सागर · श्लोक · स्वप्नवासवदत्तम · हर्षचरित · विक्रमोर्वशीयम् · देवी चन्द्र गुप्तम · अभिज्ञान शाकुन्तलम् · मेघदूतम् · ऋतुसंहार · कुमारसम्भव · किरातार्जुनीयम् · शिशुपाल वध · मुद्राराक्षस · तत्त्वकौस्तुभ · नैषधचरित · बाल रामायण · बाल भारत · महाभाष्य · विद्वशालभंजिका · घटकर्पर · बृहत्कथाकोश · कर्पूर मञ्जरी · काव्यमीमांसा · रत्नावली · नागानन्द · प्रियदर्शिका · कादम्बरी · दशकुमारचरित · अभिनयदर्पण · हठयोग प्रदीपिका · पुरुष परीक्षा · भूपरिक्रमा · कीर्तिलता · कीर्ति पताका · गोरक्ष विजय · मणिमंजरा नाटिका · गंगावाक्यावली · दानवाक्यावलि · हारीत संहिता · वर्षकृत्य · दुर्गाभक्तितरंगिणी · सुश्रुत संहिता · अष्टांगहृदयम् · शैवसर्वस्वसार · गयापत्तालक · विभागसार · गीत गोविन्द · रतिमञ्जरी · राघवयादवीयम्
वर्णमाला क्रमानुसार लेख खोज
अ आ इ ई उ ऊ ए ऐ ओ औ अं क ख ग घ ङ च छ ज झ ञ ट ठ ड ढ ण त थ द ध न प फ ब भ म य र ल व श ष स ह क्ष त्र ज्ञ ऋ ॠ ऑ श्र अः
श्रेणियाँ: प्रारम्भिक अवस्थावैदिक साहित्यसाहित्य कोशश्रुति ग्रन्थवेदहिन्दू धर्म ग्रंथ
To the top
गणराज्य
इतिहास
पर्यटन
साहित्य
धर्म
संस्कृति
दर्शन
कला
भूगोल
विज्ञान
खेल
सभी विषय
भारतकोश सम्पादकीय
भारतकोश कॅलण्डर
सामान्य ज्ञान प्रश्नोत्तरी
ब्लॉग
संपर्क करें
योगदान करें
भारतकोश के बारे में
अस्वीकरण
भारतखोज
ब्रज डिस्कवरी
© 2017 सर्वाधिकार सुरक्षित भारतकोश
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment